Protean-egov टेक्नोलॉजीज ने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) से ₹1160 करोड़ का मेगा ऑर्डर हासिल कर लिया है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत कंपनी देश के 188 जिलों में आधार सेवा केंद्र (Aadhaar Seva Kendra) स्थापित करेगी और उनका संचालन करेगी। इस खबर के बाद कंपनी के शेयर बाजार में फोकस में आ गए हैं। आइए, इस डील की पूरी डिटेल और इसके शेयरों पर असर के बारे में जानते हैं।
₹1160 करोड़ का मेगा ऑर्डर
Protean-egov टेक्नोलॉजीज लिमिटेड को UIDAI ने 188 जिलों में आधार सेवा केंद्र स्थापित करने और चलाने का जिम्मा सौंपा है। इन केंद्रों पर लोग आधार से जुड़ी कई सेवाएं ले सकेंगे, जैसे:
- नया आधार नामांकन
- आधार डिटेल्स में अपडेट और सुधार
- अपॉइंटमेंट और वॉक-इन, दोनों तरह की सुविधाएं
यह कॉन्ट्रैक्ट 6 साल की अवधि के लिए है और इसे पब्लिक सर्विस प्रोजेक्ट के तौर पर आउटसोर्सिंग मॉडल पर चलाया जाएगा। UIDAI का मकसद खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में आधार सेवाओं की पहुंच बढ़ाना है। कंपनी ने साफ किया है कि यह डील पूरी तरह घरेलू चैनलों के जरिए मिली है और इसमें किसी रिलेटेड-पार्टी ट्रांजैक्शन का कोई मामला नहीं है।
शेयरों का हाल: गिरावट के बावजूद सुर्खियों में
सोमवार, 25 अगस्त 2025 को प्रोटियन ई-गव के शेयर 3.85% की गिरावट के साथ ₹818.30 पर बंद हुए। बीते 6 महीनों में कंपनी का स्टॉक 40.38% नीचे आया है। इसका 52-सप्ताह का हाई ₹1,535.00 और लो ₹716.05 रहा है। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप ₹3,320 करोड़ है।
हालांकि, इस बड़े ऑर्डर की खबर से शेयर बाजार में प्रोटियन के स्टॉक पर निवेशकों की नजरें टिक गई हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह कॉन्ट्रैक्ट कंपनी की आय और ब्रांड वैल्यू को बढ़ा सकता है, जिससे शेयरों में उछाल की संभावना है।
Protean-egov टेक्नोलॉजीज का बिजनेस
Protean-egov टेक्नोलॉजीज (पहले NSDL e-Governance Infrastructure) एक ऐसी कंपनी है जो डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और ई-गवर्नेंस सेवाएं प्रदान करती है। यह कंपनी सरकार, रेगुलेटर्स और आम लोगों के लिए टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस बनाती है। इसके प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:
- पैन कार्ड और आधार-आधारित KYC सेवाएं
- डिजिटल सिग्नेचर और टैक्स फाइलिंग सॉल्यूशंस
- राष्ट्रीय स्कॉलरशिप, पेंशन, और NPS जैसी सरकारी योजनाओं का प्रबंधन
- डिजिटल गवर्नेंस को आसान बनाने के लिए टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म प्रदान करना
कंपनी का मकसद डिजिटल टेक्नोलॉजी के जरिए सरकार और जनता के बीच की दूरी को कम करना और सेवाओं को आसान बनाना है।
शेयरों पर क्या होगा असर
इस मेगा ऑर्डर से प्रोटियन ई-गव की वित्तीय स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है। ₹1160 करोड़ का यह कॉन्ट्रैक्ट कंपनी की आय को बढ़ाएगा और इसके मार्केट प्रोफाइल को और मजबूत करेगा। हालांकि, शेयरों में हाल की गिरावट को देखते हुए निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। विश्लेषकों का कहना है कि यह ऑर्डर लंबे समय में कंपनी के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है, लेकिन शॉर्ट टर्म में मार्केट की हलचल पर नजर रखना जरूरी है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा हो सकता है। निवेश से पहले हमेशा किसी वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह लें। हमारी ओर से निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है।