Retimes india
  • Home
  • Education News
  • Technology
  • Uncategorized
  • India News
  • Science
  • sports
  • Stock Market News
  • Defence News
Reading: 100 करोड़ का बीमा घोटाला: संभल पुलिस की साहसिक खोज
Share
Retimes indiaRetimes india
Font ResizerAa
  • Home
  • Education News
  • Technology
  • Uncategorized
  • India News
  • Science
  • sports
  • Stock Market News
  • Defence News
  • Home
  • Education News
  • Technology
  • Uncategorized
  • India News
  • Science
  • sports
  • Stock Market News
  • Defence News
© All Rights Reserved. Retimes India. Hosted on Elga Cloud Web Hosting Company.
Retimes india > Blog > India News > 100 करोड़ का बीमा घोटाला: संभल पुलिस की साहसिक खोज
India News

100 करोड़ का बीमा घोटाला: संभल पुलिस की साहसिक खोज

Retimes india
Last updated: July 20, 2025 2:36 pm
Retimes india
Share
SHARE

संभल, उत्तर प्रदेश, एक ऐसा क्षेत्र जो हाल ही में कई कारणों से सुर्खियों में रहा, अब एक और बड़े खुलासे का गवाह बना। 2020 बैच की आईपीएस अधिकारी अनुकृति शर्मा ने 100 करोड़ रुपये से अधिक के बीमा घोटाले का पर्दाफाश किया। यह कहानी न केवल एक पुलिस अधिकारी की सूझबूझ और मेहनत को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि अपराधी कितने शातिर तरीके से समाज के सबसे कमजोर तबके को निशाना बनाते हैं। यह लेख उस रोमांचक जांच की कहानी है, जो एक रात के कोहरे से शुरू हुई और एक विशाल आपराधिक नेटवर्क को उजागर करने तक पहुंची।

कीवर्ड्स: बीमा घोटाला, संभल पुलिस, अनुकृति शर्मा, 100 करोड़ फ्रॉड, जीवन बीमा धोखाधड़ी, अपराधी नेटवर्क, उत्तर प्रदेश पुलिस

शुरुआत: कोहरे में छिपा राज

जनवरी की एक सर्द रात में, जब घना कोहरा संभल की सड़कों को ढक रहा था, अनुकृति शर्मा, जो उस समय अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी संभल) थीं, कार चोरी की घटनाओं की जांच कर रही थीं। बहजोई और गुनौर क्षेत्र में चोरों का एक पैटर्न दिख रहा था—एक कार आती थी, चोरी होती थी, और फिर दो कारें एक साथ जाती दिखती थीं। उस रात, जब अनुकृति थाने से घर की ओर जा रही थीं, दो गाड़ियां—एक स्कॉर्पियो और एक ईको—ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक किया। कोहरे के बावजूद उनकी तेज रफ्तार और दिल्ली का नंबर प्लेट संदेहास्पद लगा।

हूटर बजाने के बावजूद गाड़ियों की स्पीड बढ़ने पर अनुकृति का शक और गहरा गया। उन्होंने तुरंत एसएओ रजपुरा को सूचित किया, जिन्होंने एक ट्रक को सड़क पर हॉरिजॉन्टली खड़ा कर रास्ता ब्लॉक कर दिया। स्कॉर्पियो को रोक लिया गया, लेकिन ईको भाग निकली। स्कॉर्पियो से दो अभियुक्त, ओमकारेश्वर मिश्रा और अमित, पकड़े गए। पूछताछ में उनके जवाब अस्पष्ट थे, और उनकी गाड़ी से 11 लाख रुपये नकद, 15 डेबिट कार्ड, और दो आईडी कार्ड बरामद हुए, जिनमें ओमकारेश्वर का डेजिग्नेशन “इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर” लिखा था।

घोटाले का खुलासा: एक शातिर नेटवर्क

पकड़े गए अभियुक्तों के फोन में लाखों फोटो और 300 से अधिक दस्तावेज मिले। इनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, बीमा पॉलिसी के कागजात, और कैंसर जैसे गंभीर रोगों के इलाज के दस्तावेज शामिल थे। जांच में पता चला कि यह गैंग गरीब और कम पढ़े-लिखे लोगों को निशाना बनाता था, खासकर उनको जिनकी उम्र कम बची थी। ये लोग धोखे से उनके आधार और पैन कार्ड लेते, फर्जी खाते खोलते, और बीमा पॉलिसी बनाते। फिर, फर्जी दस्तावेजों और मृत्यु प्रमाण पत्रों के जरिए क्लेम हासिल कर लेते।

एक चौंकाने वाला मामला त्रिलोक नाम के व्यक्ति का था, जिसके दस्तावेजों में दिखाया गया कि वह जून 2024 में कैंसर से मर चुका था, लेकिन दिसंबर 2024 में उसका ईसीजी और दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र भी मिला। इस तरह, एक ही व्यक्ति को कागजों में कई बार मृत दिखाकर लाखों रुपये का क्लेम लिया गया।

मर्डर का एंगल: क्रूरता की हद

जांच आगे बढ़ने पर पता चला कि यह गैंग केवल फर्जी दस्तावेजों तक सीमित नहीं था। गुजरात से आए एक बीमा कंपनी के इन्वेस्टिगेटर ने अनुकृति को दरियाब नाम के एक विकलांग व्यक्ति के मामले की ओर ध्यान दिलाया। दरियाब की कथित तौर पर अज्ञात वाहन से टक्कर में मृत्यु हुई थी, लेकिन उसकी डेड बॉडी उसके गांव से 27 किलोमीटर दूर मिली। एक गंभीर रूप से विकलांग व्यक्ति का इतनी दूर पैदल जाना असंभव था। जांच में पता चला कि उसकी पांच पॉलिसी, कुल 58 लाख रुपये की, हाल ही में बनाई गई थीं।

इसके अलावा, अमरोहा में दो हत्याओं का खुलासा हुआ। एक गैंग ने सलीम (2022) और अमन (2023) नाम के व्यक्तियों की हत्या कर उनके बीमा के पैसे हड़पे। इन हत्याओं को अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट का रूप दिया गया था। तीसरी हत्या की साजिश भी पकड़ी गई, जिसमें एक अनाथ बच्चे को निशाना बनाया गया था।

नेक्सेस: एक संगठित अपराध

इस घोटाले का नेटवर्क, जिसे अपराधी “नेक्सेस” कहते थे, कई स्तरों पर काम करता था:

  • आशा वर्कर और प्रधान: ये लोग गांव में उन व्यक्तियों की पहचान करते थे जो गंभीर रूप से बीमार थे या जिनके बचने की संभावना कम थी।
  • बीमा एजेंट: धोखे से दस्तावेज इकट्ठा कर फर्जी पॉलिसी बनाते थे।
  • बैंक मैनेजर: फर्जी खाते खोलने और पैसे निकालने में मदद करते थे।
  • इन्वेस्टिगेशन एजेंसियां: फर्जी क्लेम को मंजूरी देने के लिए गलत रिपोर्ट बनाती थीं।
  • ग्राम सचिव: फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करते थे।

इस नेटवर्क ने गरीब और अशिक्षित लोगों को निशाना बनाया, जिन्हें यह भी नहीं पता था कि उनके नाम पर बीमा पॉलिसी बनाई गई है। उदाहरण के लिए, सुनीता नाम की एक महिला को पता ही नहीं था कि उसके पति के नाम पर 10.5 लाख रुपये की पॉलिसी थी।

पीएम जीवन ज्योति योजना में धोखाधड़ी

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना (पीएमजेजेवाई), जिसका उद्देश्य गरीबों को कम प्रीमियम पर बीमा देना है, इस गैंग का आसान निशाना बनी। फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्रों के जरिए ये लोग पहले मरे हुए व्यक्तियों के नाम पर पॉलिसी बनाते और फिर क्लेम हासिल करते। इस योजना में जांच की प्रक्रिया सरल होने के कारण धोखाधड़ी आसान थी।

पुलिस की कार्रवाई: 60 से अधिक गिरफ्तारियां

संभल पुलिस ने इस मामले में 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें आशा वर्कर, प्रधान, बीमा एजेंट, बैंक मैनेजर, और इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के मालिक शामिल थे। तीन लोगों ने सरेंडर किया, और जांच अभी भी जारी है। 250 से अधिक पासबुक, डेबिट कार्ड, और आधार कार्ड बरामद किए गए, जो 12 राज्यों में फैले इस नेटवर्क की विशालता को दर्शाते हैं।

भावनात्मक प्रभाव: अपराध की गहराई

अनुकृति शर्मा का कहना है कि यह केस उन्हें भावनात्मक रूप से झकझोर गया। अपराधी न केवल गरीबों को लूट रहे थे, बल्कि हत्या जैसे जघन्य अपराध भी कर रहे थे, बिना किसी पछतावे के। एक अपराधी ने तो यह भी कहा कि वे “गलत में जायज” काम करते हैं। इस केस ने यह साबित किया कि पैसों के लिए इंसान किसी भी हद तक गिर सकता है।

भविष्य के लिए कदम: राष्ट्रीय कॉन्क्लेव

इस घोटाले को रोकने के लिए संभल पुलिस ने 30 जून 2025 को एक राष्ट्रीय कॉन्क्लेव का आयोजन किया, जिसमें बीमा कंपनियों, वित्त मंत्रालय, और आईआरडीए के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस कॉन्फ्रेंस में फ्रॉड रोकने के लिए सुधारों पर चर्चा हुई, जैसे बीमा कंपनियों और बैंकों में सख्त केवाईसी प्रक्रिया और बेहतर निगरानी।

अनुकृति शर्मा: एक प्रेरणादायक यात्रा

अनुकृति शर्मा ने बताया कि वे मूल रूप से साइंस स्टूडेंट थीं और अमेरिका में पीएचडी कर रही थीं। लेकिन देश सेवा की इच्छा ने उन्हें और उनके पति को सिविल सेवा की ओर प्रेरित किया। कई प्रयासों के बाद, 2020 में वे आईपीएस बनीं। उनका मानना है कि यह सेवा उन्हें समाज के सबसे वंचित लोगों के लिए काम करने का मौका देती है।

सतर्कता ही बचाव

अनुकृति की कहानी न केवल एक पुलिस अधिकारी की मेहनत और साहस की गाथा है, बल्कि यह भी एक चेतावनी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने आधार, पैन, और दस्तावेजों को साझा करने में सावधानी बरतें। सरकारी जागरूकता अभियानों पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रिपोर्ट करें। यह घोटाला हमें सिखाता है कि सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।

Subscribe to Our Newsletter
Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!
TAGGED:Anukriti Sharma IPScriminal gangexploitation of the poorfake insurance policyfraud preventionSambhal insurance scamUttar Pradesh police
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article ट्रंप की धमकी और भारत पर यूरोपियन यूनियन ने लगाया प्रतिबंध
Next Article चांदी की कीमतों में उछाल: 2025 में निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Headlines

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: अमीर दलितों को अब नहीं मिलेगा आरक्षण, क्रीमी लेयर लागू होगा

भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस बी.आर. गवई ने एक ऐतिहासिक फैसले में शेड्यूल्ड कास्ट…

8 Min Read

भारत का “ब्रह्मास्त्र” रुद्राक्षम ड्रोन: स्वदेशी तकनीक से दुश्मनों को धूल चटाने की तैयारी

भारत ने हाल ही में अपने स्वदेशी वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग (VTOL) ड्रोन "रुद्राक्षम" का सफल परीक्षण…

2 Min Read

अब 8 घंटे में दिल्ली से जोधपुर! 27 सितंबर से शुरू होगी नई वंदे भारत ट्रेन

नई दिल्ली: रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक और शानदार कदम उठाया है।…

3 Min Read

Google Pixel Watch 4 बनाम Samsung Galaxy Watch 8: कौन सी स्मार्टवॉच है आपके लिए बेस्ट

Pixel Watch 4 और Galaxy Watch 8, दोनों में Google Gemini है और AI-पावर्ड फिटनेस…

12 Min Read

चीन में चिकनगुनिया का कहर, लाखों लोग चपेट में, जानें लक्षण और बचाव के तरीके

न्यूज डेस्क, रीटाइम्स इंडियाप्रकाशित: बुधवार, 06 अगस्त 2025 चिकनगुनिया वायरस ने दुनियाभर में हड़कंप मचा…

8 Min Read

भारत की अग्नि-5 बंकर बस्टिंग मिसाइल और हथियारों की दुनिया में नया दौर

भारत ने हाल ही में अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करते हुए अग्नि-5 मिसाइल…

8 Min Read

LIC को जुलाई 2025 में भारी नुकसान: शेयर बाजार की गिरावट से ₹46,000 करोड़ डूबे

भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) को जुलाई 2025 में भारी नुकसान हुआ…

3 Min Read

योगी कैबिनेट का धमाका! 6,000 करोड़ का निवेश, 10 शहरों में बनेंगे ‘संत कबीर पार्क’ – लाखों नौकरियां होंगी तैयार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में वस्त्र और परिधान उद्योग को मिलने वाला है बड़ा झटका... अच्छे…

3 Min Read

UTET 2025: एडमिट कार्ड अभी डाउनलोड करें, जानें पूरी प्रक्रिया!

नैनीताल: उत्तराखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (UTET) 2025 के लिए इंतजार अब खत्म हुआ! उत्तराखंड विद्यालयी…

4 Min Read

पाकिस्तान में क्रिकेट मैच के दौरान स्टेडियम में भयानक धमाका! कई घायल

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक क्रिकेट मैच चल रहा था, तभी अचानक स्टेडियम में…

2 Min Read

You Might Also Like

लखनऊ: कोचिंग सेंटर जाते समय छात्र लापता हुआ
India News

लखनऊ: कोचिंग सेंटर जाते समय छात्र लापता हुआ

लखनऊ। चिनहट क्षेत्र के गणेशपुर रहमानपुर निवासी रोशन यादव बुधवार को कोचिंग सेंटर जाने के लिए घर से निकला, लेकिन वह…

1 Min Read
Bhuni Toll Plaza agency fined Rs 20 lakh, contract cancelled
India News

सेना के जवान को बांधकर पीटा, भुनी टोल प्लाजा की एजेंसी पर 20 लाख का जुर्माना, कॉन्ट्रैक्ट रद्द

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने भुनी टोल प्लाजा की टोल कलेक्टिंग एजेंसी M/s धरम सिंह पर 20 लाख…

4 Min Read
Chandra Grahan 2025: When will the Sutak period of lunar eclipse start? Temple doors will remain closed, know what to do and what not to do
India News

Chandra Grahan 2025: चंद्रग्रहण का सूतक काल कब शुरू होगा? मंदिरों के कपाट रहेंगे बंद, जानें क्या करें और क्या नहीं

गाजियाबाद के श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर के कपाट रविवार को चंद्रग्रहण 2025 (Chandra Grahan 2025) की वजह से दोपहर बाद बंद…

3 Min Read
'Sailaab Singh' born in flood
India News

बाढ़ में जन्मा ‘सैलाब सिंह’! गांव वालों ने नवजात का रखा अनोखा नाम, मां को ऐसे बचाया गया

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में बाढ़ की तबाही के बीच एक ऐसी कहानी सामने आई, जो दिल को छू…

3 Min Read
Retimes india

Popular Category

  • India News
  • Stock Market News
  • Technology
  • Education News

Latest Vews

  • Defence News
  • Education News
  • Science
  • sports

Policy Pages

  • About Us
  • DMCA
  • Term and Conditions
  • Privacy Policy

Get in Touch

  • Contact

© All Rights Reserved. Retimes India. Hosted on Elga Cloud Web Hosting Company.

Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?