कृष्णमास कैसे बना क्रिसमस ?
अंग्रेजी में कहीं पर 'क' को 'K' से लिखते हैं कहीं पर 'C' और 'CH' से भी लिखते हैं । हिन्दी अक्षर 'आ' को 'aa' लिखते हैं बाद में 'a' ही रह जाता है । अंग्रेजी में कुछ अक्षरों का उच्चारण नहीं भी होता है । इन नियमों के आधार पर देखिये अपभ्रंश का क्रम
कृष्णमास- kirshnamaas
krishnamas - krishtmas
kristmas - क्रिसमस । इस प्रकार लैटिन व नागरी लिपि में उच्चारण में सुविधा के आधार पर अपभ्रंश होते हुए 'कृष्णमास' ‘क्रिसमस' हो गया । अब साहित्यिक प्रमाण देखिये भगवान ने गीता में मार्गशीर्ष मास को अपनी विभूति कहा है यथा ‘मासानां
मार्गशीर्षोऽहम्'। मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को भगवान ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था और इसे पुराणों में मोक्षदा एकादशी
कहा गया है। एक परम्परा भी देखिये -
गीताजयन्ती पर पारायण हेतु गीता सप्ताह मनाने की प्राचीन परम्परा है उसी प्रकार ईसाइयों में 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक सात दिन का अवकाश रखने की परम्परा है । सन् 2020 में एक और आश्चर्यजनक घटना हुई थी, गीताजयन्ती 25 दिसम्बर को ही पड़ी थी । इसी प्रकार पहले भी कभी गीताजयन्ती 25 दिसम्बर को पड़ी होगी तभी से ईसाई लोग 25 दिसम्बर को बड़ा दिन अर्थात् श्रेष्ठ दिन मनाते चले आ रहे हैं लेकिन वे भूल गये हैं कि यही बड़ा दिन वास्तव में कृष्णमास अर्थात्मा र्गशीर्ष मास का श्रेष्ठ दिन एकादशी अर्थात् गीताजयन्ती है । साथ ही यह भी तथ्य है कि कृष्णनीति ही Christianity है ।